सब इंस्पेक्टर अनुप मिश्रा अपुर्व कोविड जागरूकता अभियान सुरु,

कोरोना महामारी में सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने डॉक्टर्स के साथ मिल कर " कोविड एंड स्ट्रेस सॉल्यूशन्स " हेल्पलाइन की शुरुआत ...
स्ट्रेस सॉल्यूशन्स व्हाट्सएप ग्रुप में टेली-कंसल्टेशन द्वारा बताये जा रहे  टेंशन से बचाव के उपाय
हेल्पलाइन नंबर    9918317707 
लखनऊ । राजधानी लखनऊ सहित देश प्रदेश के ग्रामीणों और शहरवासियों को मानसिक बीमारी और स्ट्रेस से निजात दिलाने के उद्देश्य से  उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत अनूप मिश्रा " अपूर्व " द्वारा कोरोना वैश्विक बीमारी के संकट की इस विकट घड़ी में अनूठी पहल की जा रही है । सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व ने बताया कि लोगों को घर बैठे कोरोना बीमारी और इसके कारण होने वाले मानसिक तनाव से बचाव और उपचार के लिये बाल चौपाल  द्वारा  " कोविड एंड स्ट्रेस सॉल्यूशन्स " नाम से एक मेडिकल हेल्पलाइन का गठन भारत में कोरोना महामारी के पावँ पसारते ही अप्रैल 2020 में किया गया । अनूप मिश्रा जानकारी देते हुए बताते हैं कि हेल्पलाइन नंबर 9918317707 से लोग व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होकर राजधानी लखनऊ एवं अन्य शहरों के मशहूर मनोचिकित्सकों द्वारा टेली-कंसल्टेशन के जरिये निःशुल्क परामर्श प्राप्त कर सकते हैं । आवश्यकता अनुसार मनोचिकित्सकों , मनोविज्ञानी और स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिये कार्य कर रहे सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से कॉउंसलिंग भी की जाती है । लखनऊ शहर के मशहूर मनोविशेषज्ञ डा0 आर के ठुकराल , डा0 शाश्वत सक्सेना , डा0 प्रांजल अग्रवाल ( निदेशक - ) निर्वाण हॉस्पिटल, मानसिक एवं नशा रोग चिकित्सा संस्थान ) के साथ मनोविज्ञानी डा0 आशुतोष श्रीवास्तव , डा0 नताशा दुआ , डा0 मधुबाला , तान्या संजीव संग कई अन्य मनोविशेषज्ञ और मनोविज्ञानी बाल चौपाल की इस मुहिम में शामिल होकर टेली-कंसल्टेशन द्वारा लोगों को परामर्श और स्ट्रेस नियंत्रण के टिप्स दे रहे हैं। अनूप मिश्रा अपूर्व ने बताया कि इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य लॉक डाउन में घर बैठे लोगों को मानसिक रूप से मजबूत बनाना था ताकि उनमे कोरोना के खिलाफ लड़ने की पाज़िटिव फीलिंग आये ।  कई  योग शिक्षक , फीजियोथेरेपिस्ट और निर्वाण हॉस्पिटल, मानसिक एवं नशा रोग चिकित्सा संस्थान इस मुहिम में साथ रहकर उल्लेखनीय योगदान देते आ रहे हैं ।
कोविड -19 (कोरोना वायरस) के मद्देनजर संक्रमण की रोकथाम  के लिये हुए  लॉक डाउन से ज्यादातर लोगों का बाहर निकलना बिलकुल बंद हो गया था और उन्हें अपने  घरों में ही रहना पड़ रहा था ।कोरोना से बचाव के लिये यह बेहद जरूरी भी है लेकिन घर में कैद हुए लोगों में तनाव बढ़ने की खबरें दिन प्रतिदिन सामने आ रही थीं । घरों में पति - पत्नी के झगड़े पुलिस तक पहुंच रहे थे ,  लेकिन इस तनाव का सबसे ज़्यादा असर उन बच्चों को भुगतना पड़ रहा था जिनके विषय में गंभीरता से विचार भी नहीं किया जाता । लॉक डाउन के बाद राजधानी लखनऊ में हुई कुछ आत्महत्या की घटनाएं शायद घरेलू कलह और तनाव का ही परिणाम थीं, यह एक चिंताजनक विषय था । इस समय कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्कूल, पार्क और मॉल जैसी हर वे जगहें बंद थीं जहाँ लोगों को अपनी ऊर्जा व रचनात्मक कौशल दिखाने और मनोरंजन का मौका मिलता है।  लॉक डाउन का प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा था क्योंकि वे अपने दोस्तों के घर भी नहीं जा पा रहे थे। घर की चाहरदीवारी में सिमट जाने के कारण उनका भी तनाव बढ़ रहा था । इस तनाव से उनमें तनाव और उग्रता बढ़ती देखी जा रही थी । बच्चों के साथ साथ बड़ो और बुजुर्गों में भी तनाव , आर्थिक चिंता घबराहट , वर्कलोड और फ्रीडम न मिलने आदि परेशानियों से डिप्रेशन जैसी बीमारी बढ़ रही थीं । जिससे लोगों में चिड़चिड़ापन , सिरदर्द और उग्रता बढ़ रहा था । छोटी - छोटी बातों को लेकर घरों में कलह और मारपीट हो रही थी।
डॉक्टरों के अनुसार कोरोना जैसी विकट बीमारी से लड़ने के लिये लोगों का मानसिक रूप से स्वस्थ राहना बहुत जरूरी है  क्योंकि मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति कोई जंग नहीं लड़ सकता । सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व बताते हैं कि इस हेल्पलाइन के जरिये स्ट्रेस सॉल्यूशन्स के साथ साथ जरूरतमंद  लोगों को डॉक्टरों द्वारा कोविड महामारी के ईलाज सम्बंधित निःशुल्क सलाह भी दी जाती है । कोरोना की पहली , दूसरी लहर के प्रकोप में यह हेल्पलाइन अत्यंत मददगार साबित हुई । इससे हजारों लोगों को घर बैठे उपचार सम्बंधित सलाह प्राप्त हुई और उनको स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हुआ । कोरोना के नये वायरस ओमिक्रोन के फैलने पर भी यह सेवा अनवरत जारी है , इस मुहिम के जरिये लोगों को महामारी से लड़ने का सम्बल मिल रहा है । 
सब इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व कहते हैं इस हेल्पलाइन का उद्देश्य स्वस्थ समाज के जरिये स्वस्थ भारत का निर्माण  है । इसमें देव तुल्य सैकड़ों डॉक्टर अपना उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं । विशेष रूप से डा0 पी के गुप्ता ( पूर्व अध्यक्ष आई एम ए ) , डा 0 प्रशांत नातू ( सीनियर फिजीशियन ) के संयोजन में सरकारी और निजी चिकित्सकों का योगदान अत्यंत सराहनीय है ।



संयोजक :
अनूप मिश्रा अपूर्व 
सब इंस्पेक्टर 
उत्तर प्रदेश पुलिस 
संपर्क : 7355907832
            9918317707

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