पत्रकारों की समस्या को लेकर वार्ता हुई लखनऊ बालागंज,

प्रेस विज्ञप्ति 
लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ में आज बालागंज चैराहे पर स्थित परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी की ओर से गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की सहायता हेतु सांय 4ः30 बजे एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार अनुपम त्रिपाठी मुख्य अतिथि थे। जबकि विशेष अतिथि में सैयद हसन कौसर शामिल हुए। संवाद कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार जकी भारतीय ने किया जिसमें पत्रकारों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और अपने-अपने विचार प्रकट किए।
परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी की ओर से पत्रकार सहायता संवाद कार्यक्रम परफेक्ट टावर बालागंज लखनऊ में सांय 4ः30 बजे आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम का संचालन करते हुए जकी भारतीय ने पत्रकारों में बढ़ती हुई दूरियों पर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम सब पत्रकार हैं और कोई भी इसमें छोटा बड़ा पत्रकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों पर पढ़े हुए अचानक संकट को दूर करना सभी पत्रकारों का दायित्व है । उन्होंने कहा कि हम समाज के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर सत्यता को उजागर करते हैं। उन्होंने आज के कार्यक्रम में आने वाले सभी पत्रकार भाइयों का स्वागत किया और विशेषकर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अनुपम त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार कायम रजा, वरिष्ठ पत्रकार खालिद रहमान, वरिष्ठ पत्रकार आलोक कुमार त्रिपाठी का धन्यवाद अदा किया ,साथ ही अन्य साथियों का भी शुक्रिया अदा करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी आवाज पर आज इतनी बड़ी संख्या में आए पत्रकारों ने मेरी उम्मीद की किरण को बल प्रदान किया है। उन्होंने सबसे पहले संबोधन के लिए यूनाइटेड पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष कायम रजा को आमंत्रित किया। 
 उन्होंने सभी पत्रकारों का स्वागत करते हुए परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंधक सैयद हसन कौसर की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने इतना बड़े कार्यक्रम का आयोजन करके साबित कर दिया कि वह पत्रकारों के हित में अच्छा ही सोच रहे होंगे। उन्होंने कहा कि जहां तक मैं जानता हूं कि श्री हसन कौसर विगत कई वर्षों से यतीम लड़कियों का विवाह, निर्धन बच्चों की शिक्षा हेतु सहायता, निर्धन लोगों की स्वास्थ संबंधित सहायता और अन्य प्रकार की सहायता करते चले आ रहे हैं। आज उन्होंने जो पत्रकारों के लिए संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया है उसमें अभी थोड़ी देर के बाद ही स्वयं हसन कौसर जी पत्रकारों की मासिक सहायता राशि का एलान करेंगे लेकिन जो भी राशि के लिए उन्होंने सोचा है उसके लिए उनकी मैं प्रशंसा करता हूं। कायम रजा के बाद जकी भारतीय ने UNS समाचार एजेंसी के वरिष्ठ संवाददाता एवं यूनाइटेड पत्रकार एसोसिएशन के सचिव  खालिद रहमान को अपने विचार व्यक्त करने के लिए  आमंत्रित किया। ख़ालिद रहमान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों की तरफ से मैं हसन कौसर जी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए वो सोचा जो पहले कभी प्रदेश की सरकारों ने नहीं सोचा उन्होंने कहा, हसन कौसर जी जो भी पत्रकार को आर्थिक सहायता दें वो भले ही पत्रकार के लिए पर्याप्त न हो लेकिन उनकी इस पहल से शायद सरकार की आंखें खुले और सरकार भी गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए आर्थिक सहायता की कोई योजना लाए । उन्होंने कहा कि वास्तव में अगर देखा जाए तो गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार ही पत्रकारिता की साख को बचाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहा है क्योंकि गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार के पास न तो कोई संसाधन है और न ही पर्याप्त वेतन ही उन्हें मिलता है बावजूद इसके गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन पूरी जिम्मेदारी के साथ कर रहे हैं । श्री रहमान ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि आने वाला समय गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के लिए अच्छा समय होगा क्योंकि मौजूदा समय में पत्रकारिता और पत्रकारों के ऊपर जो मानसिक दबाव है जिसके प्रभाव के कारण सच लिखने, दिखाने और बोलने वाला पत्रकार अपने आप को असुरक्षित और असहाय मान रहा है। ज़की भारतीय ने ख़ालिद रहमान के बाद लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी को अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया।उन्होंने कहा कि पत्रकार पत्रकार होता है वह चाहे मान्यता प्राप्त पत्रकार हो या गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार।  पत्रकार की पहचान मान्यता या  गैर मान्यता से नहीं पत्रकार की पहचान उसकी लेखनी से होती है उसकी खबरों से होती है । इसलिए पत्रकारों में यह भेदभाव करना अनुचित है। 
पत्रकारों में यह मान्यता प्राप्त है या यह गैर मान्यता प्राप्त है यह कुछ चंद लोगों ने इसमें विभाजन कर दिया कि मानता पर पत्रकार होगा तो यह मिलेगा गैर मान्यता प्राप्त होगा तो यह मिलेगा,जब मान्यता की व्यवस्था की गई थी तब शायद यह नहीं सोचा गया होगा कि यह पत्रकारों में दूरियां पैदा कर देगी। पत्रकारों की पहचान उसकी लेखनी से उसकी खबरों से होती है मान्यता एक सुविधा है जो सरकार व संस्थान द्वारा पत्रकारों को उनके काम के चलते दी जाती है लेकिन आज कुछ लोगों ने इसका अलग ही अर्थ निकाल लिया है लेकिन यह कतई नहीं समझना चाहिए कि जो मान्यता प्राप्त है वही पत्रकार है जो मान्यता प्राप्त नहीं है वह पत्रकार नहीं है बहुत बड़ी संख्या ऐसी पत्रकारों की है जिनकी लेखनी का लोहा बड़े-बड़े अधिकारी वह पॉलीटिशियन मानते हैं और वह मान्यता प्राप्त पत्रकार नहीं है। मान्यता का यह कतई मतलब नहीं है कि आप पत्रकार हैं मान्यता केवल मात्र एक सुविधा है जो पत्रकारों को सरकार की तरफ से दी जाती है।आलोक कुमार त्रिपाठी के बाद  परफ़ेक्ट वेलफेयर सोसाइटी के प्रबन्ध सचिव व आज के कार्यक्रम के विशेष अतिथि सय्यद हसन कौसर नें कहा कि मैं सय्यद हसन हसन कौसर सभी पत्रकार बंधुओं का परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी के प्रबन्ध सचिव की ओर से स्वागत करता हूं और आपका शुक्रिया अदा करता हूं कि परफेक्ट  वेलफेयर सोसायटी द्वारा आज के इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी पत्रकारों को जो समाज के लिए कठिन परिश्रम करते हैं और जो सुविधाएं उनको मिलना चाहिए उन सुविधाओं से वो वंचित है । उन्हें वो सुविधाएं देने का प्रयास करूंगा जो मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मिल रही है। जबकि पूरी तरीके से ग़ैर मान्यता प्राप्त और मान्यता प्राप्त पत्रकारों  के कार्य एक ही है। उन्होंने कहा कि  आज बैठक को इसी लिए किया जा रहा है क्योंकि जो गैर मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं उनको समाज सेवा करने के लिए या एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए जो सुविधाएं मिलना चाहिए  उसके लिए परफेक्ट वेलफेयर सोसायटी की ओर से उनको कन्वेंस के नाम पर शुरुआती दौर में ₹1000 मासिक उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिसकी जिम्मेदारी एन एस लाइव न्यूज़ व हिंदी समाचार पत्र न्याय स्रोत के ब्यूरो चीफ जनाब ज़की भारतीय साहब के हवाले की जा रही है। इसके फॉर्म भरवाने से लेकर उसके जमा करने तथा स्कूटनी तक का कार्य जनाब ज़की भारतीय साहब ही देखेंगे। पत्रकारों की समस्याओं को समझते हुए जिन लोगों को  सुविधाएं देना है उनका चयन करते हुए हमारे पास भेजेंगे।  परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी से उनको सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी ।आप सभी भाइयों से निवेदन है कि फार्म जनाब ज़की भारतीय साहब के पास मौजूद है उनसे फॉर्म ले ले और उसमें जो समझ में ना आए वह ज़की साहब से मालूम कर ले और उस फार्म को भरकर जमा करवाने का कार्य आरम्भ करें ताकि समस्या का समाधान जल्द हो सके। पत्रकारों को एक हज़ार रुपए मासिक सहायता इसलिए है की इस सुविधा के माध्यम से हमारे पत्रकार भाई, जो दिन भर एक जगह से दूसरी जगह समाज सेवा के लिए हर खबर को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए कार्य करते हैं । वह इससे कुछ लाभ उठा सकें । इसलिए इस कार्य को शुरू किया गया है ।  उनके लिए एक सुविधा और उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है, अगर किसी भी प्रकार का कोई एक्सीडेंटल मामला होता है तो उसके एक्सीडेंटल मामले में परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी उसके ट्रीटमेंट के लिए पूरी तरीके से सहयोग करेगी और जो भी समस्याएं हैं सामने आऐंगी उनको दूर करने का प्रयास करेगी।
 मैं सभी पत्रकार बंधुओं से निवेदन करूंगा कि वह ऊपर वाले से दुआ करें कि परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी को सफलता मिले और उस सफलता से अपनी तरफ से पत्रकारों की सहायता के अवसर प्रदान हों। सय्यद हसन कौसर जी के बाद ज़की भारतीय ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री अनुपम त्रिपाठी जी को अपने विचार प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की सर्वप्रथम तो वो ज़की भारतीय जी और परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी के आभारी हैं कि उन्होंने मुझे इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि का दर्जा दिया । उन्होंने कहा कि अब तक वक्ताओं को सुनने के बाद मुझे यह महसूस हुआ कि आज मैं जिस कार्यक्रम में आया हूं उस कार्यक्रम में मेरा आना सार्थक  हुआ है । उन्होंने कहा कि मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों  या छोटे और बड़े समाचार पत्रों के पत्रकारों में कोई अंतर नहीं है, क्योंकि सब का काम जनता की सेवा करना अपनी ख़बरों द्वारा लोगों को न्याय दिलवाने का है।उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में कोई भी व्यक्ति छोटा या बड़ा नहीं होता है, साथ ही उन्होंने आज के कार्यक्रम  के मुख्य उद्देश को जानने के बाद परफेक्ट वेलफेयर सोसाइटी के प्रबंध सचिव श्री हसन कौसर जी की प्रशंसा करते हुए कहा उन्होंने जो अपनी समाज सेवी संस्था की ओर से पत्रकारों के लिए इतनी बड़ी पहल की है, वह शायद अभी तक प्रदेश में किसी के द्वारा नहीं की गई । उन्होंने कहा श्री हसन कौसर जी प्रशंसा के काबिल हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं ईश्वर उनको इतना धन दें कि वह पत्रकारों के हित में सोचते रहे और उनकी सहायता करते रहे। उनके इस कदम से अन्य समाज सेवी संस्थाओं को भी सीख मिलेगी और वह भी शायद पत्रकारों के अधिकारों के हित में प्रशंसनीय वा सराहनीय कदम उठाएं । उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थिति पत्रकार साथियों को देखने और वक्तागणों को सुनने के बाद यह प्रतीत हुआ कि आज भी पत्रकार भाइयों में एकता के प्रति जागरूकता बनी हुई है, जो एक अच्छी निशानी है। उन्होंने आखिर में वरिष्ठ पत्रकार ज़की भारतीय, परफेक्ट वेलफेयर सोसायटी के प्रबन्ध सचिव श्री हसन कौसर, लखनऊ जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कोषाध्यक्ष भाई आलोक कुमार त्रिपाठी, यूनाइटेड पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी क़ायम रज़ा, यूएनएस समाचार एजेंसी व यूनाइटेड पत्रकार एसोसिएशन के सचिव भाई ख़ालिद रहमान सहित सभी पत्रकार साथियों को धन्यवाद देकर अपने संबोधन को खत्म किया।

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