अपने हौसलों को ये मत बताओ !
कि तुम्हारी तकलीफ कितनी बड़ी है !!
अपनी तकलीफ को ये बताओ की!
तुम्हारा हौसला कितना बड़ा है!!
*पुलिसकर्मियों की कविताओं के संकलन 'चट्टानों के बीच तरल' का मुंबई में लोकापर्ण* *अभिनेता रज़ा मुराद, अखिलेन्द्र मिश्रा व राजेंद्र गुप...
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