*प्रेस नोट*
*"कपिराज के आँगन में कविराज"* - कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह
श्री अहिमर्दन पातालपुरी हनुमान जी सेवा ट्रस्ट (रजिo) के सौजन्य से प्राचीन श्री लेटे हुए हनुमान जी महाराज के प्रांगण में मकर संक्रांति के पावन पर्व पर एक भव्य कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में ख्यातिप्राप्त कवियों ने अपनी सृजनात्मकता और ऊर्जा से मंच को सजा दिया।
कवियो में :
शेखर त्रिपाठी
विकास बौखल
प्रख्यात मिश्रा
प्रमोद पंकज
विख्यात मिश्रा
पल्लवी मिश्रा
आकाशा उमंग आदि उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम के संयोजक एवं संचालन वीर रस के कविअभिजीत मिश्रा जी द्वारा किया गया ।
कवि सम्मेलन में मुझे राम प्यारे और जयति जय महाकुम्भ जैसे कई प्रसिद्ध भजन लिखने वाले कवि शेखर त्रिपाठी ने अपना भजन पढ़ा 'जिन्हें दाम प्यारे उन्हें दाम दे दो, मुझे राम प्यारे मुझे राम दे दो'... राष्ट्रीय हास्यकवि विकास बौखल जी ने पढ़ा कि, किसी तलवार न खंजर से जोड़ा जाये, सारी दुनिया को चलो प्यार से जोड़ा जाये... ओज के प्रसिद्द कवि प्रख्यात मिश्रा ने पढ़ा कि या तो मैं तिरंगे में लपेट घर आऊँगा माँ, या तो तिरंगा सीमा पार लहराऊंगा।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों धर्म डॉ विष्णु कांत शुक्ला, समाज सेवा श्री अमर नाथ मिश्रा, शिक्षा में श्रीमती स्वाति शर्मा, पत्रकारिता श्री सुधीर मिश्र , चिकित्सा में डॉ संदीप गुप्ता जी एवं डॉ ए के गुप्ता जी को अपने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए "श्री हनुमंत कृपा विभूषण सम्मान" से सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में
मुख्य सेवादास डॉ. विवेक तांगड़ी, डॉ. पंकज सिंह भदौरिया, ऋद्धि किशोर गौड़, डॉ अलकेश सोती, प्रमित कुमार सिंह, आशीष अग्रवाल, अखिलेश कुमार, सुरेंद्र सूदन, जगदीश श्रीवास्तव, लवलीन खोसला, राहुल मेहरोत्रा, अजय मल्होत्रा, प्रहलाद अग्रवाल आदि उपस्थित रहे ।
यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति और साहित्य को समर्पित एक अनूठा आयोजन रहा।
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